क्या है वोक कल्चर? What is “Woke-Culture”? Woke Culture in Hindi.

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What is Woke Culture ?
जानिए कैसे वोक कल्चर भारत में पाँव पसार रही है !

क्या है वोक कल्चर? What is “Woke-Culture” and how it is ruining Indian youth!

क्या वोक (Woke) शब्द सुनकर कुछ अजीब सा लगता है ? लगना भी चाहिए। इसका अर्थ तो “जाग्रत” होना या “जागना” है। पर ये इतना साधारण भी नहीं है। वामपंथ ने लिबरल के बाद अब नया शब्द गाथा है, इसे कहते है “वोक”. कई लोगों तो आप कहते भी सुन सकते है कि “I am a Woke”. इस कल्चर ने  समाज में एक नई अराजकता को जन्म देना शुरू किया है। वोक लिबरल होने से थोड़ी आगे की प्रक्रिया है। कह सकते हैं कि अगर आप वोक हैं तो साधारण भाषा में आप करेला और वो भी नीम चढ़ा हैं।

वोक कल्चर  (Woke Culture) का प्रभाव ?

आधी दुनिया जहां स्वयं को वोक  मान कर आनंद लेती है, वहीं दूसरी ओर आधी जनसँख्या इस वोक संस्कृति से बीमार होने लगी है। इस लेख को पढने के पश्चात आप भी स्वयं निर्णय ले सकते हैं की आप वोक हैं या नहीं ! लेकिन पहले यह समझते हैं कि यह वोक संस्कृति  क्या है। (What is woke culture ?)

वोक संस्कृति आई कहाँ से ? Origin of Woke Culture.

देखा जाये तो वोक संस्कृति अश्वेत समुदाय के लोगों ने श्वेत लोगों के नस्ल भेदी आचरण को टक्कर देने के लिए प्रचालन में आया था । इसे उपहास के रूप में श्वेतों के विरुद्ध प्रयोग में लाया जाता था। परन्तु अब इसका सन्दर्भ बदल चूका है ।वर्ष 2010 तक, वोक एक ऐसा शब्द बन गया जो अधिकतर  वामपंथी राजनीति, लिबरल , नारीवाद, एलजीबीटी के समर्थक सामाजिक विरोध में प्रयोग करते थे । इसका उपयोग धीरे धीरे प्रतिद्वंधि के अपमान करने के रूप में किया जाने लगा । सोशल मीडिया से शुरू हुई वोक संस्कृति  अब कई पाश्चात्य देशों में नौजवानों की जीवन शैली बन चुकी है । धीरे धीरे वोक संस्कृति  ने भारत में भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं । वैसे भी अपनी ज्यादातर भारतीय युवा अपनी महान संस्कृति को पाश्चात्य संकृति से कमतर मानते हैं । हालांकि इसमें कुछ बदलाव भी आ रहा है ।

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Say no to Wokes !!

अगर आप भी वोक हैं !- 

  •  तो आपको गुरु और बड़ों  के पैर छु कर आशीर्वाद लेने में दिक्कत होगी ।
  •  आपको अपनी माँ या पिता का किसी भी बात के लिए टोकना अच्छा नहीं लगेगा ।
  •  आपको स्वयं की संस्कृति को बुरा भला भोलने में आनद आएगा ।
  • आपके किसी गलत कृत्य के  कारण अगर आपको शर्मिंदा होना पड़ रहा है तो आप यह कह कर सबसे किनारा कर सकते है कि Who Cares , I am woke !!!.. 
  • अगर आप समाज में खुले आम अश्लील क्रिया करते हैं तो आप वोक हैं ।
  • यदि आपको कहीं पर भी, किसी की भावना को आहात करते हुए कोई ग्लानी नहीं होती, तो आप पक्का ही एक वोक व्यक्ति हैं ।

कहने का अर्थ यह है कि अगर आपको किसी की भी प्रवाह नहीं और आप सिर्फ स्वयं से प्रेम करते हैं तो आपके अंदर वोक संस्कृति  के लक्षण हैं ।

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अब लोगों को वोक संस्कृति  घृणा क्यों होने लगी है? Why majority of people distance themselves from Woke Culture ?

इसका सीधा उत्तर यह है कि, इस शब्द ने अपना अर्थ ही बदल लिया है । जिस वोक संस्कृति  के आधार पर लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ते थे, या अपनी आवाज़ बुलंद करते अब वह वोक संस्कृति  वामपंथियों के लिए एक हथियार बन चूका है । इसका इस्तेमाल कर के वे समाज  में युवाओं को अपनी जिम्मेदारी से दूर कर रहे हैं और परिवार जैसी संस्थाओं को नष्ट करने में लगे हैं । सामाजिक स्वतंत्रता का स्वप्न दिखा कर वामपंथी असल में हमारे देश की युवा शक्ति को बहकाने में लगे हैं।  किसी तो Woke Culture अच्छा भी लग सकता है, परन्तु अधिकतर लोग इसे नापसंद करने लगे हैं। क्योंकि यह क्षणिक है और आपके बुरे समय में किसी काम की नहीं । क्योंकि आपके बुरे समय में, जिनसे आप सहायता की उम्मीद करते हों वे यह कह कर पल्ला झाड लेगा कि “Who cares ? I am a Woke ???..

मेरी वोक संस्कृति  से कोई शत्रुता नहीं है, परन्तु आप अगर अपने आप को जगृत मानते हैं तो उसी समय  आपको विवेकपूर्ण और प्रेम्पूंर्ण भी रहना चाहिए । वोक बनकर सारे संसार में बुराई ढूँढने से अच्छा है कि पहले स्वयं की कमियों को दूर किया जाये । बुरा जो देखन …  बढ़ती वोक संस्कृति  के कारण अमेरिका के राष्ट्रपति श्री बराक ओबामा ने भी वोक संस्कृति  का विरोध किया था । 

वोक होना अच्छा है , परन्तु सिर्फ भारतीय सन्दर्भ में 

वोक संस्कृति के ज्यादातर परिनेता अभिव्यक्ति के अधिकार की वकालत करते हैं परन्तु देखा गया है कि दूसरों की अभिव्यक्ति का दमन करने के लिए किसी भी सीमा तक चले  जाते हैं ।  भगवान बुद्ध के अनुसार जागृत या वोक होना एक बहुत ही निराली घटना है। इसका बहुत ही गहरा अध्यात्मिक आधार भी है। परन्तु आधुनिक वोक संस्कृति ने इस शब्द की गरीमा ही समाप्त कर दी है।  एक लेखक के तौर पर मेरा मानना है कि अगर आप अपने को आधुनिक दिखाने के लिए वोक रहना चाहते हैं तो कोई ख़ास कठिनाई नहीं है । परन्तु आधुनिक वोक संस्कृतिका आचरण करते हुए भी आपको भीतर से सही माने में जागृत और woke रहना ही चाहिए ।

— PK

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