सिंगरौली में प्रमुख पर्यटन स्थल/ Important places to visit in Singrauli
सिंगरौली में माड़ा की गुफाएं। Mada Caves,Singrauli.
सिंगरौली के माड़ा स्थित इन गुफाओं के नाम हैं – रावण गुफा , विवाह गुफा , गणेश गुफा , जलजली देवी मंदिर, और शंकरा मंदिर – भारत में स्थित अन्य दार्शिनिक और अध्यात्मिक स्थानों की ही तरह ये स्थान किसी की भी कल्पना को झंझोर सकता है। अध्यात्म और इतिहास का मिलन देख कर एक अलग ही अनुभूति होना स्वाभाविक है।इन गुफाओं और मंदिरों में प्रवेश करते ही, कोई भी व्यक्ति भगवान गणेश, शिव और पार्वती व अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों के दर्शन सहज ही कर सकता है। पहाड़ों में खुदी हुई, इन गुफाओं के भीतर सिंगरौली क्षेत्र का गौरवशाली इतिहास गहराई से समाहित हैं।ऋषि श्रृंगी की तपोभूमि में आकर अगर इन गुफाओं का दर्शन न किया तो आपका सिंगरौली आगमन अधूरा ही है।
माड़ा एको एडवेंचर पार्क। Mada Eco Adventure Park.
की यात्रा के बाद आपको कभी माडा इको-एडवेंचर पार्क जाने से नहीं चूकना चाहिए। यह जलजालिया मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। माडा इको एंड एडवेंचर पार्क को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड और मध्य प्रदेश टूरिज्म द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। बच्चों और वयस्कों के लिए कई साहसिक खेल हैं। मंकीक्रॉल और जिपलाइन उनमें से कुछ हैं। दुर्भाग्य से, पार्क के अंदर कोई खाने पीने की चीजें उपलब्ध नहीं हैं। आप अपने खाने का सामान पार्क के अंदर ले जा सकते हैं। डेवलपर्स ने पार्क के अंदर प्रकृति को क्षति नहीं पहुँचाने की कोशिश की है। हो सकता है कि आपको अंदर कई आधारभूत संरचनाएं न दिखें। माडा एडवेंचर पार्क के अंदर एक सार्वजनिक शौचालय प्रदान किया जाता है। पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। यह सुझाव है कि अपनी खुद की पानी की बोतलें ले जाएं।यहाँ आकर आपको 2-4 घंटे अवश्य बिताने चाहिए।
झींगा झरिया पिकनिक स्पॉट / Jheenga Jharia Picnic spot.
झींगा झरिया माड़ा के जलजालिया देवी मंदिर से लगभग 10 किमी की ही दूरी पर है।बहुत ही रमणीय होते हुए भी आपको यहाँ पर अकेले नहीं जाना चाहिए।सुझाव है की समूह में ही जाएँ। अत्यंत एकांत और दुर्गम जंगल होने के कारण मोबाइल नेटवर्क यहाँ नहीं रहता। जबकि झींगा झरिया तक जाने के लिए पक्की चौड़ी सड़क है।
औडी का हनुमान मंदिर / Jhingurda Hanuman Temple
झिनगुर्दा परियोजना के समीप स्थित यह पवित्र स्थान भगवान हनुमान के लिए समर्पित है।
नार्थदेर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा इस प्राचीन मंदिर का रखरखाव किया जाता है। भक्तों को विशेष रूप से दीवाली के दौरान यहाँ अवश्य ही जाना चाहिए ।इस दौरान यहाँ मेला लगता है जहाँ आप स्थानीय लोगों को और यहाँ के जन जातीय लोगों को आनद लेते हुए देख सकते हैं।मंदिर की एक विशेषता यह है कि यह यूपी और एमपी की सीमा पर स्थित है, इस मंदिर में आकर आप दोनों राज्यों की मिट्टी पर कदम रख सकेंगे।ये भी कहा जाता है कि यह भारत का एकमात्र मंदिर है जहाँ भगवान् हनुमान पर नारियल की बलि दी जाती है।
संजय नेशनल पार्क / Sanjay National Park
मध्य भारत वन वनस्पतियों और जीवों के लिए बहुत विख्यात है। संजय नेशनल पार्क के पर्यटकों को अन्य प्रमुख वन्य प्रजातियों के साथ साथ स्लॉथ भालू, हाइना, पैंथर, बाघ, जंगली सूअर, नीलगाय, रसेल वाइपर, कोबरा, रॉक पायथन देखने का मौका मिल सकता है।
पक्षियों के प्रशंसकों के लिए, कबूतर, किंगफिशर, चील, उल्लू, कोयल,! यह राष्ट्रीय उद्यान सिंगरौली से 50 किलोमीटर की दूरी पर है, इसलिए यात्रा करने के लिए टैक्सी किराए पर लेके ही जाना उचित रहेगा चाहिए।
रिहंद बाँध / Rihand Dam , Renukoot
1962 में इस बांध का उद्घाटन किया गया था, जब सिंगरौली के आधुनिकीकरण का अभियान शुरू ही हो रहा था – इस बांध का जलाशय भारत का सबसे विशाल जलाशय है।यह एक आदर्श पर्यटक स्थल है क्योंकि पानी के नीचे का दृश्य अकल्पनीय है! यदि आप इस भव्य बांध को समुचित देखना चाह रहे हैं तो आपका को सी आई एस ऍफ़ से अनुमति लेनी होगी।सुरक्षा कारणों से आपको बहुत निकल जाने की अनुमति नहीं रहेगी।मानसून के दौरान यहाँ जाना आदर्श है क्योंकि उस समय बांध खुले होते हैं।इस बांध का उद्घाटन पo जवाहर लाल नेहरु ने किया था।
चिल्का लेक पार्क शक्तिनगर / Chilka Lake Park Shaktinagar .
एनटीपीसी सिंगरौली द्वारा बनाया गया यह पार्क शहर के शोर से दूर आपको शांति प्रदान करेगा। हरे-भरे पेड़ों से घिरे इस पार्क को सुहावने मौसम में अवश्य जाना चाहिए। पार्क के बीचों बीच बनी झील के तट पर कुछ देर बैठ कर आनंद मिलता है। एक समय में इस पार्क में बहुत चहल पहल रहती थी,परन्तु अब शक्तिनगर की आबादी कम हो जाने से इसकी रौनक कुछ घट गई है।इसी पार्क के ठीक सामने एक विशाल शिव मंदिर भी है। अगर पार्क जाएँ तो भोलेनाथ के भी दर्शन अवश्य ही करें।
Also Read सिंगरौली की दिशा व दशा – An Insight of Singrauli.
रोज गार्डन जयंत / Rose Garden Jayant .
नॉर्दर्न फील्ड्स लिमिटेड द्वारा जयंत प्रोजेक्ट में निर्मित, यह पार्क एक अद्भुत और सुकून देने वाला स्थान है।एक समय में यहाँ कई प्रकार के गुलाबों की विविधता दिखती थी,परन्तु अब यहाँ बहुत प्रकार के फूल आपको देखने को मिल जायेंगे।यह पार्क हमेशा सुव्यवस्थित रहता है ताकि आप दिन भर की थकान को मिटाने को यहाँ आराम कर सकें और शांति प्राप्त कर सकें। यहाँ की लम्बी दूरी की टॉय ट्रेन का आनंद बड़े और बच्चे दोनों लेते हैं। हालाँकि इसके लिए छोटा सा शुल्क भी देना पड़ता है। क्षेत्र के अन्य पार्क से विपरीत इस पार्क का खुलने का समय बहुत कम है। यह पार्क सिर्फ सुबह और शाम को ही खुलता है। परन्तु अनुमति लेकर आप दोपहर में भी जा सकेंगे। अनुमति लेने के लिए आपको निकट ही स्थित जयंत कार्यालय में जाना पड़ेगा। अगर आप यहाँ सामूहिक पिकनिक मनाना चाहते हैं तो आपको कुछ राशि भी जमा करनी पड़ सकती है।
लेक पार्क,विन्ध्यनगर / Lake Park Vindhyanagar
एनटीपीसी विन्ध्यनगर में स्थित यह लेक पार्क बहुत लोगों की पहली पसंद है। यहाँ बच्चों की टॉय ट्रेन इसका मुख्य आकर्षण है।इस पार्क में पैडल बोट का भी आनंद लिया जा सकता है।पास ही शापिंग सेंटर भी है जहाँ के इंडियन काफी हाउस में आहार भी ले सकते हैं।
माँ ज्वालामुखी मंदिर शक्तिनगर / Jwalamukhi Temple Shaktinagar.
सिंगरौली के सबसे पुराने मंदिरों में से है यह शक्तिनगर स्थित ज्वालामुखी देवी का मंदिर है। यहाँ हमेशा ही भक्तों का ताँता लगा ही रहता है । मंदिर के समीप प्रत्येक वर्ष राम नवमी में मेला लगता है, जिसे भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं। अगर यहाँ जाएँ तो प्रसाद में यहाँ के शुद्ध खोये का पेडा अवश्य लें। यहाँ का पेडा बहुर विख्यात है। इस मंदिर के बगल में ही उंचाई पर शक्तिनगर का हेलिपैड भी है। वहां, ऊंचाई से पूरी सिंगरौली क्षेत्र का दर्शन किया जा सकता है।
कांचन डैम / Kanchan Dam
बैढन से 20 किमी की दूरी पर स्थित यह डैम भी पिकनिक स्पॉट है। परन्तु इसका रख रखाव अब उतना अच्छा ने होने के कारण कम ही लोग यहाँ जाना पसंद करते हैं। इस डैम में पानी का स्टार भी बहुत कम हो गया है।
मुड़वानी डैम एको पार्क / Mudwani Dam Eco Park, Jayant
सिंगरौली से 20 किमी की दूरी पर जयंत में स्थित है मुड़वानी डैम एको पार्क। ये अभी निर्माणाधीन है। परन्तु मेरा मानना है कि आने वाले समय में यह सिंगरौली के बीचों बीच सबसे रमणीय स्थल रहेगा। इसका काम तेजी से चल रहा है। इसी डैम से किनारे बैगा जनजाति के भी कुछ परिवार रहते।मुड़वानी डैम एको पार्क में नौका विहार की भी योजना है।
राकसगंडा जलप्रपात / Rakasganda Water Falls
हालाँकि ये बहुत ही खूबसूरत राकसगंडा जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य में आता है,परन्तु सिंगरौली से ये केवल 50 किमी की दूरी पर है।ये जलप्रपात अत्यंत ही मनोरम होने के साथ साथ बहुत खतरनाक भी है।सावदानी न बरतने से यहाँ पर कई अप्रिय घटनाएँ भो हो चुकी हैं।सिंगरौली के यहाँ जाने के लिए पक्की सड़क है।
सोनेभद्र में मुख्य पर्यटन स्थान व मंदिर / Tourist destinations in sonebhadra.
सिंगरौली से सटे उत्तर प्रदेश के जिला सोनेभद्र में भी बहुत से आकर्षण के स्थल हैं। जैसे, विजयगढ़ किला ,अगोरी किला,वीर लोरिक पथार,सोनभद्र की गुफा चित्र,सल्खन फॉसिल पार्क,मुक्खा फॉल,सोन व्यू प्वाइंट, रॉबर्ट्सगंज,धनरोल बांध,कैमूर वन्यजीव अभयारण्य और रेणुकादेवी मंदिर रेनुकूट और ज्वालामुखी मंदिर ओबरा